बिलासपुर—-प्रदेश कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने छतीसगढ़ के मजदूरो को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बयान पर तंज कसा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि 15 साल तक कुम्भकर्णी नींद में रहे अब गरीबों और मजदूरों की याद आ रही है। सच तो यह है कि भाजपा सरकार ने पिछले पन्द्रह साल से गरीबों को केवल लूटा है।अब जब सरकार जनहित में काम कर रही है तो उन्हें मजदूरों की याद आने लगी है।
प्रदेश उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने कहा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह और उनकी सरकार पिछले पन्द्रह साल से सिर्फ सोती रही है। मजदूरों की वर्तमान स्थिति के लिए उनकी सरकार जिम्मेदार है। जब कांग्रेस सरकार जनहित में काम करना शुरू की तो उन्हें मजदूरों की चिंता सताने लगी है। और अचानक बयान देना शुरू कर दिया है।
अटल ने छत्तीसगढ के मजदूर पिछले 45 दिनों से अलग अलग प्रान्तों में बड़ी संख्या में फंसे हुए है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की अदूरदर्शी निर्णय का दुखद परिणाम है। नरेंद्र मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में टीवी पर नमू हुए और बोलना शुरू कर दिया। उन्होने हमेशा की तरह जो बोलना है बोल जाते है और उन्हें इस बात की भी चिन्ता नहीं रहती कि जनता पर इसका क्या दुष्परिणाम होगा। इस बार भी लाकडाउन में कुछ ऐसा ही हुआ है।
अटल श्रीवास्तव ने कहा पिछले 45 दिनों में गरीब मजदूरों ने आर्थिक तंगी ,स्वास्थ्य गत,भूखे-प्यासे ,छोटे छोटे बच्चों के साथ जिल्लत की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। पीने के लिए पानी नही ,रहने के लिए छत नही ,तब तक डॉ रमन सिंह का ध्यान उन गरीब मजदूरों की तरफ नहीं गयी। न ही प्रधानमंत्री से मजदूरों की घर वापसी के लिए छूट की मांग की ।
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार जब मजदूरों की घर वापसी के लिए 28 ट्रेनों से विभिन्न प्रान्तों में श्रमिको को लाने जा रही है। ऐसे समय भाजपा और रमन सिंह को तकलीफ होना स्वाभाविक है। अटल श्रीवास्तव ने कहा डॉ रमन सिंह ” चाऊर वाले बाबा ” थे। तब 36 हजार करोड़ का नॉन घोटाला हुआ था। वो चावल गरीबो के लिए था,ऐसे जन सेवक है डॉ साहब ।
अटल श्रीवास्तव ने कहा जब छत्तीसगढ़ की सरकार अन्य प्रान्तों में फंसे मजदूरों के लिए किराया देकर 28 ट्रेन हायर किया है। ऐसे में डॉ रमन सिंह का बयान मजदूरों में भ्रम और डर पैदा करने वाला है। ,नाडियाड में जो ट्रैन रुकी ,वह तकनीकी कारणों से है। यदि उन्हें नहीं पता है तो अपने केन्द्र के नेताओं से पता लगा सकते हैं।
डॉ रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की जनता से सहानुभूति होती तो ,जो पैसा प्रधानमंत्री कोष में जमा किये उसे पहले छत्तीसगढ़ की गरीब जनता के लिए देते। इसके बाद केंद्र के बारे में सोचते। लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया । केंद्र में भाजपा की सरकार है ,जो राम के नाम पर सत्ता में आई है। दारू दुकान खोलने की अनुमति दे रही है। लेकिन मन्दिर,मस्जिद,गुरुद्वारा ,गिरिजाघर बन्द है ।