जानकारी के बाद रिपोर्ट को दर्ज किया गया। मामले की जानकारी पुलिस कप्तान दीपक कुमार झा को दी गयी। आरोपियों की पतासाजी को लेकर हिर्री थानेदार की अगुवाई में टीम का भी गठन किया गया। लगातार पतासाजी के बाद भी आरोपियों का पता नहीं चला।
इस दौरान मृतक से सम्बंधित सभी व्यक्तियों के पूछताछ भी की गयी। जानकारी मिली कि मृतक सुरेश साहू जादू टोना और गड़े धन की तलाश करने यू ट्यूब से मंत्र सीखता था।
इसके बाद तंत्र मंत्र को लेकर सुरेश जिनसे भी जुड़ा था। सभी पतासाजी प्रारम्भ हुई। घटना के बाद से सम्बंधित व्यक्तियों में आरोपी सुभाष दास मानिकपुरी और माखन दास दोनों से घटना के बाद से गायब पाए गए।
दोनो आरोपियों की पतासाजी के दौरान यह भी जानकारी मिली कि कई वर्षो से दोनों के परिवार वालो से सम्बन्ध ख़राब है। इनमें किसी भी प्रकार का संपर्क में नहीं था। जिसके कारण मामले में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। इसी बीच पता चला कि घटना के कुछ दिन बाद माखन दास ने बताया था कि वह सुभाष के साथ जबलपुर में रह रहे हैं।
आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस टीम को रवाना किया गया। जबलपुर जाकर पतासाजी के बाद जानकारी मिली कि माखनदास सतना स्थित मेडिकल कालेज में गार्ड की नौकरी कर रहा है। माखन दास को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान बताया कि सुभाष को जबलपुर में गार्ड की नौकरी कर रहा है। सुभाष को माखनदास की निशानदेही पर जबलपुर से हिरासत में लिया गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर दोनोंने अपना जुर्म कबूल किया। गड़े धन और हंडा के लालच में आकर मृतक सुरेश साहू की बलि देना कबूल किया।
सीख रहे थे तंत्र मंत्र की गुप्त विद्या
रोहित झा ने बताया कि आरोपी सुभाष 2012 से गड़े धन की तलाश जादू टोना के माध्यम से कर रहा है। इसी दौरान उसकी पहचान माखन दास से हुई। माखनदास सुभाष को नए- नए लोग से मिलवाता था। लोगों की पारिवारिक समस्याओं को भी सुभाष जादू टोने से ठीक करने का दावा कर पैसे वसूलता था।
इसी क्रम में माखन ने अपने पूर्व परिचित गाँव के सुरेश साहू का भी परिचय सुभाष से कराया। सुरेश भी कई सालों से गड़े धन की तलाश कर रहा था। समान काम काज होने के कारण सुरेश की सुभाष और माखन के बीच घनिष्टता बढ़ गयी।
नवरात्रि के पहले अमावस्या को हत्या
रोहित ने बताया कि तीनों यू ट्यूब से जादू टोने के नए नए विडियो देखते थे। इसका प्रयोग अलग अलग जगहों पर करते थे। इसी बिच सुभाष और माखन ने सुरेश की बलि देकर गड़े खजाने को खोज निकालने का प्लान बनाया। नवरात्रि के पहले की अमावस्या का दिन तय किया गया। अमवस्या की रात्रि मुरु पथराली खार क्षेत्र में तंत्र मन्त्र कर कुल्हाड़ी से दोनों ने मिलकर सुरेश को को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद दोनों फरार हो गए।
एडिश्नल एसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने लगातार पतासाजी कर मामले का पर्दाफास करने में सफलता पायी है। आरोपियों को हिरासत में लेकर अन्य तथ्यों पर जांच कर रही है। मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी यू.एन.शांत कुमार साहू ,आरक्षक वीरेन्द्र साहू ,प्रशांत महिलांगे एवं कृष्णा कपूर की विशेष भूमिका रही l
पकड़े गए दोनो आरोपियों के नाम
1)सुभाष दास मानिकपुरी पिता विजय प्रसाद उम्र 42 वर्ष निवासी लखनपुर अंबिकापुर,वर्तमान निवासी कोडिया पारा सिरगिट्टी
2) माखन दास पिता सालिक दास उम्र 40 वर्ष निवासी खरकेना वर्तमान निवासी कोडिया पारा सिरगिट्टी