बिलासपुर— तोरवा पुलिस ने घर से जबरदस्ती उठाकर नाबालिग का अपहरण करने और बलात्कार के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने खुलासा किया कि तीनो ने बलात्कार के बाद पीड़िता को उसके कालोनी में छोड़ा। तीनों आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 363, 376 ,34, 4,6 पास्को एक्ट का अपराध दर्ज किया गया। दो आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर जेल दाखिल कराया गया है। फरार तीसरे आरोपी की लगातार पतासाजी की जा रही है।
तोरवा पुलिस ने 12 नवम्बर को पीड़िता की अपहरण और बलात्कार मामले का खुलासा किया है। खुलासा में पुलिस ने बताया कि 12 नवम्बर की रात्रि 10 बजे के आसपास पी़ड़िता के परिजन थाना पहुंचे। परिजन ने बताया कि उसकी नाबालिग बेटी का किसी ने घर से अपहरण कर लिया है। शिकायत के बाद मामले की जानकारी आलाधिकारियों को दी गयी।
जानकारी मिलते ही नाबालिग और अपहरणकर्ताओं की तलाश तेज कर दी गयी। जिले के सभी थाना को जानकारी दी गयी। अलग अलग टीम बनाकर पड़ताल की कार्रवाई की गयी। लेकिन दूसरे दिन यानि 13 नवम्बर को पीड़िता के परिजन पीड़ित बालिका को साथ लेकर थाना पहुंच गए।
पुलिस ने तत्काल बालिका को कब्जे में लिया। पूछताछ के दौरान बालिका ने बताया कि 12 नवम्बर को उसका दोस्त फैजू जबरदस्ती घर से ले गया। और तारबाहर थाना क्षेत्र में ही रहने वाले राज के घर ले गये। राज के घर में उसका दोस्त आजाद यादव भी था। तीनों यानि फैजू, राज और आजाद ने बारी-बारी से अनाचार किया। इसके बाद आरोपियों ने रात्रि में ही हेमू नगर के पास छोड़कर भाग गए।
पुलिस ने बताया कि पीड़िता अपने घर पहुंचकर परिजनों को घटनाक्रम की जानकारी दी। सुबह पीड़िता के साथ परिजनों ने थाना को बताया। पीड़िता के बयान के बाद तत्काल पुलिस की अलग अलग टीम बनाकर आरोपियों की पतासाजी के लिए भेजा गया। विवेचना के दौरान आरोपी शुभम डामोर उर्फ राजा और आजाद कुमार यादव को उसके घर से गिरफ्तार किया गया।
दोनो आरोपियों ने पूछताछ के बाद फैजू के साथ मिलकर बलात्कार की बात को कबूल किया। पुलिस ने तीसरे आरोपी के ठिकाने पर धावा बोला। लेकिन फैजू फरार हो चुका था। शुभम डमोर उर्फ राज और आजाद कुमार यादव को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। पुलिस के अनुसार तीसरे आरोपी की लगातार पतासाजी की जा रही है।
संपूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक सुखनंदन पटेल उपनिरीक्षक एचएस पटेल उप निरीक्षक रमेश पटेल सहायक उपनिरीक्षक भरत राठौड़ प्रधान आरक्षक शोभित केवट आरक्षक अनूप किंडो आरक्षक रौनक पांडे आरक्षक गोविंद शर्मा का सराहनीय योगदान रहा।