साल का आखिरी आंशिक चंद्रग्रहण अभी जारी है। इसे दुनिया के कई हिस्सों में देखा जा सकता है। यह साल 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण होगा। माना जा रहा है यह 580 साल बाद सबसे लंबा चंद्र ग्रहण है। भारतीय समय के अनुसार यह चंद्रग्रहण सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शुरू हो गया है जो शाम के 5 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगा।
साल का आखिरी चंद्रग्रहण जारी है। यह चंद्रग्रहण सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शुरू होकर शाम के 05 बजकर 59 मिनट पर समाप्त होगा। शास्त्रों में चंद्रग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं इस बात का विशेष ध्यान रखने को बताया गया है।
ग्रहण के दौरान और ग्रहण के खत्म होने तक भगवान की मूर्ति को नहीं छूना चाहिए।
ग्रहण में घर के मंदिरों के कपाट बंद कर देना चाहिए। ताकि भगवान पर ग्रहण का असर ना हो सके।
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान ना तो ग्रहण देखना चाहिए और ना ही घर के बाहर निकलना चाहिए।
ग्रहण में स्त्री-पुरुष को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए। ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से गर्भधारण में संतान पर बुरा असर पड़ता है।
सूतक लगने पर और ग्रहण के दौरान सबसे ज्यादा नकारात्मक शक्तियां हावी रहती हैं। ग्रहण में कभी भी श्मशान घाट में नहीं जाना चाहिए।
सूतक लगने पर किसी भी तरह का कोई भी शुभ कार्य करने से बचना चाहिए। ग्रहण में किया गया कोई भी शुभ कार्य सफल नहीं होता।
ग्रहण के दौरान बाल और नाखून काटने से बचना चाहिए। इसके अलावा न तो कुछ खाना चाहिए और न ही खाना बनाना चाहिए।
11:51 AM, 19-NOV-2021
आज का चंद्रग्रहण भारत में उपच्छाया ग्रहण
उपच्छाया चंद्रग्रहण में चांद का कुछ हिस्सा मटमैला हो जाता है, दरअसल इसमें मात्र पृथ्वी की हल्की सी छाया पड़ती है जिस कारण चांद हल्का सा धूमिल सा दिखाई पड़ता है। ज्योतिष में उपच्छाया चंद्रग्रहण को ग्रहण नहीं माना जाता है। इस वजह से ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा। इस चंद्रग्रहण का प्रभाव भारत में नहीं होने के कारण किसी भी तरह की कोई भी पाबंदियां नहीं रहेगी। पूजा-पाठ, शुभ कार्य और धार्मिक अनुष्ठान पहले की तरह चलते रहेंगे।