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कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का सिलसिला जारी, एक और चीते ने तोड़ा दम, अब तक इतने की गई जान…

श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का सिलसिला जारी है। यहां बुधवार को एक और चीते ने दम तोड़ दिया है। टिबलिस नाम के मादा चीता की मौत हुई है। इस घटना से वन विभाग में हडकंप मच गया है। कूनो के बाहरी क्षेत्र में टिबलिस का शव मिला है। हालांकि चीते की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है, इसकी जांच की जा रही है। इस मौत के साथ ही अब तक कूनो नेशनल पार्क में 9 चीतों की मौत हो चुकी है

बताया जा रहा है कि, जिस चीते के मौत की बात सामने आ रही है करीब 2 हफ्ते से इसे पकड़ने की कोशिश की जा रही थी। हाल ही में चीतों के गले में रेडियो कॉलर की वजह से हो रहे इंफेक्शन की घटनाओं के बाद वन प्रबंधन सभी को बाड़े में शिफ्ट कर रहा था। मगर यह चीता उस समय भी पकड़ से बाहर था। हाथी पर बैठकर कूनो नेशनल पार्क की टीम इसे ट्रैंक्युलाइज करने की कोशिशों में लगातार जुटी थी।

नहीं मिल रही थी टिबलिस की लोकेशन
कूनो अभ्यारण्य में चीतों की मौतों से वन विभाग के अफसरों में हड़कंप है। अभी तक अभ्यारण्य में कुल 9 चीतों की मौत हो चुकी है। मगर ठीक-ठीक जानकारी सामने नहीं आई है कि आखिरकार इतनी जल्दी-जल्दी इन चीतों की मौत क्यों हो रही है? यह मादा चीता टिबलिस खुले जंगल में थी और काफी दिनों से इसकी लोकेशन नहीं मिल पा रही थी। बताया जा रहा है कि कॉलर आईडी खराब होने की वजह से सैटेलाइट लोकेशन नहीं मिल पा रहा था।

अब तक इतने चीतों की हुई मौत
अब तक भारत आए चीतों में से 6 वयस्क चीतों की मौत हुई है, जबकि 3 शावकों की मौत को मिला लें तो कुल 9 चीतों की कूनो नेशनल पार्क में मौत हो चुकी है। कूनो अभ्यारण में अभी कुल 14 चीते और एक शावक बचा हुआ है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के जवाब के बाद कई सवालों पर खुद-ब-खुल विराम लग गया है। कूनो अभ्यारण में चीतों की मौतों पर DFO प्रकाश कुमार वर्मा फिलहाल कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। कूनो अभ्यारण का कोई भी अधिकारी यह बताने के लिए तैयार नहीं है कि आखिरकार इन चीतों की मौतों की क्या वजह है। वही कूनो अभ्यारण के अंदर क्या चल रहा है इसकी भी जानकारी मीडिया को नहीं बताई जा रही है।

https://theruralpress.in/2023/08/02/continuation-of-death-of-cheetahs-continues-in-kuno-national-park-another-cheetah-died/