Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
 युद्ध के बीच यूक्रेन सरकार ने अपने 100 सैनिकों को अगले हफ्ते अमेरिका भेजने का किया फैसला..

यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच यूक्रेन सरकार ने अपने 100 सैनिकों को अगले हफ्ते अमेरिका भेजने का फैसला किया है। ये सैनिक वहां जाकर पैट्रियट मिसाइल रक्षा प्रणाली की ट्रेनिंग लेंगे। माना जा रहा है कि इससे यूक्रेन रूस के मिसाइल हमलों के खिलाफ न केवल सुरक्षा कवच तैयार कर सकेगा बल्कि दुश्मन देश के दांत भी खट्टे कर सकता है।

यूक्रेन ने पहले ही अमेरिका से पैट्रियट के लिए अनुरोध किया था कि वह सतह से हवा में मार करने वाली निर्देशित मिसाइल रक्षा प्रणाली प्रदान करे। पैट्रियट सिस्टम दुश्मनों के लड़ाकू विमान, क्रूज मिसाइलों और कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को लक्षित कर सकता है।

दिसंबर के अंत में अमेरिका की यात्रा पर गए  यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा था कि पैट्रियट सिस्टम रूस के आक्रमण के खिलाफ कीव की सुरक्षा के लिए एक मजबूत हथियार साबित होगा और यह युद्ध के मोर्चे पर यूक्रेन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, पेंटागन के प्रवक्ता वायु सेना जनरल पैट राइडर ने मंगलवार को कहा कि ओकलाहोमा राज्य में फोर्ट सिल में ट्रेनिंग के लिए आने वाले यूक्रेनी सैनिकों की संख्या एक पैट्रिएट बैटरी को संचालित करने में लगने वाली सैनिक बल के बराबर है। उन्होंने कहा कि ट्रेनिंग के दौरान यूक्रेनी सैनिकों को पैट्रियट बैटरी के रख-रखाव के बारे में भी सिखाया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जंग के अखाड़े से हटाकर सैनिकों को ट्रेनिंग के लिए अटलांटिक पार अमेरिका भेजना कीव के लिए एक असामान्य घटना है। हालांकि, यूक्रेन ने अन्य अधिक जटिल प्रणालियों यानी हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम जैसे लंबी दूरी तक मार करने वाली रक्षा प्रणाली की ट्रेनिंग के लिए सैनिकों को पहले भी अल्पकालिक प्रशिक्षण के लिए यूरोप भेज चुका है।

पेंटागन के प्रवक्ता राइडर ने कहा, पैट्रियट प्रशिक्षण में आम तौर पर कई महीने लगते हैं, लेकिन “वे सैनिक जितने लंबे समय तक यूक्रेन से बाहर रहेंगे, वे वास्तव में युद्ध से वंचित रहेंगे”, इसलिए उनके प्रशिक्षण को छोटा कर दिया जाएगा।

अमेरिका ने हाल के सप्ताहों में यूक्रेन को कई तरह के सैन्य सहायता पैकेज दिए हैं। अमेरिका ने दिसंबर में यूक्रेन को एक पैट्रियट बैटरी देने का वचन दिया था। पिछले हफ्ते जर्मनी ने भी एक अतिरिक्त पैट्रियट बैटरी देने का वादा किया था। 

प्रत्येक पैट्रियट बैटरी में आठ लॉन्चर के साथ एक ट्रक-माउंटेड लॉन्चिंग सिस्टम होता है। हरेक  ट्रक-माउंटेड लॉन्चिंग सिस्टम में चार मिसाइल इंटरसेप्टर, एक ग्राउंड रडार, एक कंट्रोल स्टेशन और एक जनरेटर होता है। अमेरिकी सेना ने कहा कि वर्तमान में उसके पास 16 पैट्रियट बटालियन हैं। यह सिस्टम रूसी मिसाइलों और ड्रोन आक्रमण को हवा में ही रोक पाने में सक्षम होगा। इसके साथ ही दूर तक रूसी क्षेत्र में हमले लक्षित कर सकता है।

The post  युद्ध के बीच यूक्रेन सरकार ने अपने 100 सैनिकों को अगले हफ्ते अमेरिका भेजने का किया फैसला.. appeared first on CG News | Chhattisgarh News.

https://cgnews.in/archives/45678