Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
CG Vidhansabha:मरवाही फारेस्ट डिवीज़न में घपला, सदन में डॉ. महंत ने पूछा-ये मेहरबानी किसके लिए?
  • CG Vidhansabha ।रायपुर। मरवाही वनमंडल के अंतर्गत अनियमितता का मामला सदन में उठा. नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत के सवाल के जवाब में वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि ये पूरा मामला हमारे संज्ञान में आया है. सभी मामलों में जल्द से जल्द जांच पूरी कर कार्रवाई की जाएगी।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत मामला उठाते हुए कहा कि लिखित जवाब में कहा गया है कि 72 प्रकरण जांच के लिए लंबित हैं. लगभग 40 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का आरोप है. ये मेहरबानी किसके लिए है. पुराने मुख्यमंत्री के लिए?, नये मुख्यमंत्री के लिए है?, या किसी और के लिए है? महंत ने कहा कि 2020 में सिर्फ़ छह शिकायतों की बात हुई थी. तब कहा गया था कि 15 दिनों में जांच कर ली जाएगी. इस प्रकरण में विभाग के अधिकारी उत्तरदायी हैं. ज़िम्मेदार कौन है? मेहरबानी किसके लिये की जा रही है.

केदार कश्यप ने कहा कि 79 मामले सामने आये थे. 7 मामलों में जांच प्रक्रियाधीन हैं. बाक़ी 72 मामलों में जांच आने वाले छह महीनों के भीतर कर ली जाएगी. 7 मामलों में 35 अधिकारियों को दोषी पाया गया है. बीजेपी विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि ये बहुत सेंसिटिव मामला है. मरवाही इकलौता वन मंडल था, जहां रेंजर और एसडीओ, डीएफ़ओ के पद पर बैठे थे. ये इतना बड़ा मामला है कि जांच के लिये दुबई तक जाना होगा. ईडी की तरह जांच विस्तृत करना होगा।

छत्तीसगढ़ विधानसभा के मौजूदा सत्र के दूसरे दिन की चर्चा लोरमी के साथ शुरू हुई। सदन में बुधवार के दिन सबसे पहला सवाल तखतपुर के वरिष्ठ भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह की ओर से था।

उन्होंने लोरमी के सता जुड़े एक संयोग की भी चर्चा की और अपने सवाल के साथ यह बात भी सदन में रख दी कि चुनाव के दौरान उन्हें तखतपुर इलाके में सुनने को मिलता था कि पूर्व विधायक ने विकास की गंगा बहा दी है । लेकिन वह गंगा कहीं नजर नहीं आई।

बुधवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा में सबसे पहला सवाल तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह की ओर से था। उन्होंने यह जानना चाहा था कि तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत पिछले 3 साल में कौन-कौन से गांव में जल जीवन मिशन योजना के तहत काम स्वीकृत किए गए थे।

उन्होंने इसका वर्षवार ब्यौरा मांगा था । कितने काम पूरे हुए और कितने अब तक पूरे नहीं हुए हैं, इसका भी ब्यौरा उन्होंने मांगा था। सदन में प्रश्न कल शुरू होते ही धर्मजीत सिंह ने कहा कि यह संयोग है कि इस सदन में वे 20 साल तक लोरमी के विधायक के रूप में बैठे थे।

आज इसी लोरमी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनकर आए अरुण साव उपमुख्यमंत्री के रूप में उनके सवाल का जवाब देंगे। धर्मजीत सिंह ने कहा कि तखतपुर विधायक के रूप में यह उनका पहला सवाल है। उन्होंने कहा कि पिछले 3 साल में तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए जल जीवन मिशन योजना के तहत 198 काम मंजूर किए गए थे।

उनमें से सिर्फ नौ ही पूरे हुए हैं। 189 काम अब तक अधूरे हैं। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान जब वे क्षेत्र के दौरे पर थे, तब पूर्व विधायक का यह दावा सुनने को मिलता था कि तखतपुर विधानसभा में क्षेत्र में विकास की गंगा बह रही है। लेकिन यह गंगा कहीं नजर नहीं आ रही है।

जल जीवन मिशन के ज्यादातर काम अधूरे हैं। गांव में दौरा करते समय गरीब लोग पानी की समस्या की बात करते हैं। लेकिन दिल्ली की सरकार की ओर से स्वीकृत होने के बावजूद जल जीवन के काम के मिशन का काम पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि अधूरे काम कब तक पूरे होंगे इस संबंध में वे ठोस आश्वासन चाहते हैं। क्या उपमुख्यमंत्री यह आश्वासन देंगे।

इस सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने अरुण साव ने बताया की देश में नरेंद्र मोदी की सरकार ने जन जन तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन योजना शुरू की है। इस पर टोका टाकी शुरू हुई और कहा गया कि मंत्री भाषण दे रहे हैं।

स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मंत्री के रूप में अरुण साव पहली बार जवाब देने के लिए खड़े हुए हैं वे अनुभवी है और संसद में बिलासपुर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।भूमिका के साथ अपनी बात रख रहे हैं। सवाल का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि जल जीवन मिशन के काम के मामले में छत्तीसगढ़ 33 वें नंबर पर था।

छत्तीसगढ़ में विष्णु देव साय के नेतृत्व में नई सरकार बनने के बाद गंभीरता से काम शुरू किया गया और अब 24 वें पायदान पर है। उन्होंने स्वीकार किया कि जल जीवन मिशन के तहत पाइपलाइन के लिए खुदाई करते समय गड्ढे और दूसरी असुविधाओं की शिकायत मिलती है। लेकिन नई सरकार भरोसा दिलाती है कि सभी काम समय पर गुणवत्तापूर्ण तरीके से होंगे । जिससे योजना का लाभ जन जन तक पहुंचे।

https://www.cgwall.com/cg-vidhansabha-scam-in-marwahi-forest-division-dr-mahant-asked-in-the-house-for-whom-this-kindness/