मध्य प्रदेश में जापानी इंसेफेलाइटिस (Dimagi Bukhar) की दस्तक ने स्वास्थ्य महकमे को सतर्क कर दिया है। इसका फैलाव रोकने के लिए जहां जन जागरूकता लाने के प्रयास हो रहे हैं, वहीं टीकाकरण अभियान भी शुरू किया जा रहा है।
राज्य की राजधानी भोपाल में 27 और इंदौर में दो के अलावा सागर और नर्मदापुरम में भी Dimagi Bukhar के मामले सामने आए हैं। इसे रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने अभियान शुरू कर दिया है। 27 फरवरी से इन चारों जिलों में टीकाकरण अभियान शुरू किया जा रहा है।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के संचालक (टीकाकरण) डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया है कि चार जिलों से दिमागी बुखार के मामले सामने आए हैं। इन स्थानों पर टीकाकरण अभियान शुरू किया जा रहा है।
इस बुखार से बचने के लिए जरूरी है कि लोग साफ-सफाई पर ध्यान दें और अपने तक मच्छरों को आने से रोकें। दिमागी बुखार का बचाव सिर्फ टीकाकरण है। यही कारण है कि एक साल से लेकर 15 वर्ष तक की आयु के बच्चों को टीका लगाने का अभियान शुरू हो रहा है।
राज्य के जिन चार जिलों में यह अभियान चलाया जाने वाला है, उनमें 15 वर्ष की आयु तक के बच्चों की संख्या पर गौर करें तो भोपाल में 9.50 लाख से ज्यादा, इंदौर में लगभग 13.50 लाख, सागर में लगभग 9.50 लाख और नर्मदा पुरम में लगभग 5 लाख बच्चे हैं, यह कुल आबादी का 33 फीसदी है।