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Haritalika Teej vrat Paran Rules : हरतालिका तीज के निर्जला व्रत के बाद पारण का भी विशेष महत्व… जाने पारण को लेकर सब कुछ

Hartalika Teej 2024 Paran Time : आज अखंड सौभाग्य के लिए स्त्रियों ने हरतालिका तीज का व्रत रक्खा है. ये व्रत विवाहित स्त्रियां पति की दीर्धायु और कुंवारी लड़किया अच्छे जीवनसाथी को पाने की कामना से रखती हैं. हरतालिका तीज व्रत 24 घंटे के लिए निर्जला किया जाता है.

कहते हैं ये व्रत जितना कठिन है उतना ही अधिक इसका शुभ फल प्राप्त होता है. इस व्रत का एक बार संकल्प लेने के बाद इसे आजीवन रखना पड़ता है. 

तीज की पूजा के साथ-साथ जब व्रत का पारण किया जाता है, उस वक्त भी महिलाएं खूब अच्छे से तैयार होती है। अगर आप हरतालिका तीज का व्रत रख रहीं हैं तो व्रत के पारण के वक्त भी खूब अच्छे से तैयार हों। 

हरतालिका तीज 2024 व्रत पारण कब ? (Hartalika Teej 2024 Paran muhurat)

धार्मिक मान्यता है कि हरतालिका तीज व्रत रात्रि जागरण कर किया जाता है. इस व्रत रात्रि के चारों प्रहर की पूजा होती है. अगले दिन सुबह 5-6 बजे के बीच आखिरी पूजा के बाद ही स्त्रियां हरतालिका तीज का व्रत पारण करती हैं. ऐसे में इस बार हरतालिका तीज का व्रत पारण 7 सितंबर 2024 को किया जाएगा.

हरतालिक तीज व्रत पारण समय – 7 सितंबर 2024 को सुबह 06.01 मिनट के बाद

हरतालिका तीज व्रत पारण की विधि (Hartalika Teej Vrat ParanVidhi)




जिन स्त्रियों ने हरतालिका तीज व्रत किया है वह अगले दिन आखिरी पूजा से पहले स्नान करें. शिव जी को बेलपत्र और माता पार्वती को समस्त पूजा की सामग्री चढ़ाएं. आरती करें और फिर सुहागिनें माता पार्वती को चढ़ाया सिंदूर अपने माथे पर लगाएं. मां पार्वती से आशीर्वाद लें. सास या नंद (जो सुहागिन हों) उन्हें सुहाग पिटारा दान करें. सुहाग पिटारा में सुहाग की सभी सामग्री (चूड़ी, बिंदी, मेहंदी, सिंदूर, साड़ी, बिछिया, कुमकुम, दक्षिणा आदि) होनी चाहिए. इसके बाद पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन करें और फिर पूजा में चढ़ाया भोग ग्रहण करें.

हरतालिका तीज व्रत पारण नियम (Hartalika Teej vrat paran niyam)

हरतालिका तीज का व्रत अगले दिन सूर्योदय के बाद ही खोलें. ध्यान रहें शिव-पार्वती की विधिवत पूजा और दान के बाद ही व्रत पारण किया जाता है.

हरतालिका तीज व्रत खोलते समय सबसे पहले पूजा में चढ़ाया प्रसाद ही ग्रहण करें. इसके बाद पानी पिएं.

व्रत खोलते समय लहसुन-प्याज से युक्त भोजन नहीं करना चाहिए. सात्विक भोजन करें.

 यहां हम आपको इसके लिए कुछ टिप्स देने जा रहे हैं, ताकि आप व्रत के पारण के समय अपना खूबसूरत अंदाज दिखा सकें। 

लहंगा या साड़ी पहनें

अगर ये आपकी पहली हरतालिका तीज है तो नई दुल्हनें पारण के समय पारंपरिक साड़ी या लहंगा पहन सकती हैं। बस ध्यान रखें कि आपके कपड़ों का रंग लाल, हरा, और पीला होना चाहिए। ये रंग त्योहार में शुभ माने जाते हैं। आपके कपड़े एकदम साधारण से नहीं होने चाहिए। कपड़ों पर थोड़ा-बहुत वर्क तो प्यारा लगता है

सिर पर रखें चुनर

 

हिंदू धर्म में हर नई दुल्हन को चुनरी चढ़ाई जाती है। ऐसे में अपनी शादी की चुनरी को अपने लुक के साथ अटैच करना न भूलें। शादी की चुनरी या फिर ओढ़ना को पारंपरिक रूप से सिर पर रखें। यह आपके पारंपरिक लुक को और निखारेगा।

करें सही गहनों का चयन

अपने एथनिक लुक के साथ पारंपरिक सोने या कुंदन के गहने पहनें। आपके गहनों में मांगटीका, चूड़ियां, नथ और पायल आदि शामिल होने चाहिए। मंगलसूत्र, पैरों में बिछिया और सगाई की अंगूठी तो बिल्कुल भी न भूलें। ध्यान रखें कि गहनों से सुहागिन महिला की खूबसूरती बढ़ जाती है। 

सही हो मेकअप

बारिश का मौसम में सही मेकअप करना जरूरी होता है। ऐसा न करने से पसीने और उमस से मेकअप बिगड़ सकता है। सुबह का वक्त है, तो आप हल्का मेकअप भी कर सकती हैं। मेकअप की शुरुआत एक हल्के और नेचुरल बेस से करें। ज्यादा भारी बेस से बचें। 

सिंदूर और बिंदी

हर सुहागिन महिला के लिए सिंदूर और बिंदी उनके श्रृंगार का अहम हिस्सा हैं। ऐसे में ऐसे रंग की बिंदी लगाएं जो आपकी साड़ी या लहंगे से मेल खाती हो। सिंदूर को सुंदर तरीके से माथे पर लगाएं, ताकि आपका लुक प्यारा दिखे। 

बालों की स्टाइल

आप एथनिक परिधान के साथ पारंपरिक जूड़ा बनाएं और उसमें गजरा जरूर लगाएं। चाहें तो खुले बालों को कर्ल करके उसमें भी गजरा लगा सकती हैं। 

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