Hot Drink Side Effect: सर्दियों के मौसम में अधिकतर लोग गर्म-गर्म चाय या कॉफी पीना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है? विशेषज्ञों का कहना है कि रोज़ाना बहुत गर्म चाय या कॉफी पीने से मुंह और एसोफैगस (ग्रहणली) में कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है। विशेषज्ञ शिल्पी अग्रवाल के अनुसार, अत्यधिक गर्म पेय पदार्थों के कारण उनकी उच्च तापमान हमारी कोशिकाओं के विभाजन और पुनर्नवीनीकरण की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है, जिससे कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
चाय और कॉफी का सुरक्षित तापमान क्या होना चाहिए?
शिल्पी अग्रवाल बताती हैं कि 65 डिग्री सेल्सियस (149 डिग्री फारेनहाइट) से ऊपर का तापमान वाले पेय पदार्थ सबसे खतरनाक होते हैं। ऐसे में, गर्म पेय का तापमान मध्यम रखना कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है। इसके अलावा, शराब, धूम्रपान और खराब दांतों का सेवन भी मौखिक और एसोफैगल कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
एसोफैगल कैंसर क्या है?
एसोफैगल कैंसर, जिसे ग्रासनली का कैंसर भी कहा जाता है, एसोफैगस (ग्रहणली) की अंदरूनी परत से शुरू होता है और बढ़ने के साथ बाहरी परतों में फैल सकता है। एसोफैगल कैंसर के दो प्रमुख प्रकार होते हैं:
एसोफैगल कैंसर के लक्षण
डाइट में फाइबर शामिल करें, क्योंकि यह गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स को कंट्रोल करता है और वजन को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।
सर्दी के मौसम में चाय और कॉफी का आनंद जरूर लें, लेकिन यह सुनिश्चित करें कि उनका तापमान सुरक्षित सीमा में हो, ताकि आप अपनी सेहत को बनाए रख सकें और कैंसर जैसे खतरों से बच सकें।