Karuvannur Co-Operative Bank Fraud। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने माकपा नेता पी.आर. अरविंदाक्षन और पूर्व बैंक अकाउंटेंट सी.के. जिलसे को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बताया कि 150 करोड़ रुपये के करुवन्नूर सर्विस को-ऑपरेटिव सोसाइटी बैंक घोटाले के सिलसिले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत पर मामला दर्ज किया गया है।
ईडी ने केरल के त्रिशूर के इरिंजलाकुडा पुलिस स्टेशन में दर्ज एक एफआईआर के आधार पर पीएमएलए जांच शुरू की, जिसमें बैंक अधिकारियों द्वारा निजी व्यक्तियों की मदद से बैंक को धोखा देकर 150 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया था।
ईडी द्वारा किए गए तलाशी अभियान के बाद पता चला कि पी.सतीश कुमार ने अरविंदाक्षन के नाम पर सावधि जमा के माध्यम से 50 लाख रुपये की अपराध आय अर्जित की है। अरविंदाक्षन के बैंक खाते में भारी लेनदेन पाया गया है, जो जांच के दौरान सामने नहीं आया।
पीएमएलए के तहत जांच के दौरान, यह पता चला कि जिलसे ने अपने परिवार के सदस्यों और कई अन्य लोगों के नाम पर ऋण लिया था, जिसकी कुल बकाया राशि 5.06 करोड़ रुपये है। आरोपी जोड़ी को नामित पीएमएलए विशेष न्यायालय, एर्नाकुलम, केरल के समक्ष पेश किया गया।
नामित अदालत ने गिरफ्तार व्यक्तियों की दो दिन की ईडी हिरासत दी है। इससे पहले इस मामले में ईडी ने 30 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी, जिसमें केरल के थेक्कडी में अपराध की कमाई से बनाया गया एक रिसॉर्ट भी शामिल था। मामले की आगे की जांच जारी है।