Prof. Alok Kumar Chakrawal: बिलासपुर। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) नैक से ए++ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय में दो दिवसीय यूजीसी-एमएमटीटीसी सेंट्रल जोन रीजनल वर्कशॉप का समापन आज संपन्न हुआ। कार्यशाला के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने की।
मुख्य अतिथि प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल ने कहा कि एमएमटीटीसी के कार्यक्रम में अनुसंधान और नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा दिये जाने का कार्य किया जा रहा है। प्रशिक्षण से एमएमटीटीसी में कार्यरत स्टाफ को प्रशासनिक दक्षता का प्रशिक्षण भी प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमें अपने ज्ञान का लाभ समाज और मानवता के लिए उपयोग करना चाहिए।
कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कार्यशाला में प्रतिभाग कर रहे मध्य क्षेत्र के एमएमटीटीसी के निदेशकों एवं शिक्षाविदों को कार्यशाला में सक्रिय सहभागिता से सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है तो हमें समस्याएं गिनाने की बजाय समाधान की बात करनी होगी। उन्होंने कहा कि हमें भौतिकता में आसक्त होने के बजाए अपने कर्तव्यों के प्रति संवेदनशील बनना होगा।
शिक्षकों पर देश की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। उन्हें समाज में आदर्श स्थापित करना होगा ताकि युवा उनसे प्रेरणा लें। हमें यंत्रवत न होकर संवेदनशील बनना होगा, तभी हम विकसित भारत के सपने को सच कर पाएंगे।
पुरुषों को भी फिटनेस एंड वेलनेस सेंटर की सुविधा
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने फिटनेस एंड वेलनेस सेंटर की सुविधा का विस्तार करते हुए इसे बालिकाओं एवं महिलाओं के साथ अब बालक एवं पुरुषों के लिए भी खोल दिया है। अब विश्वविद्यालय के समस्त सदस्य जिसमें सभी आयु वर्ग के महिला एवं पुरुष स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की विधा सीख सकेंगे। फिटनेस एंड वेलनेस सेंटर की नोडल अधिकारी डॉ. शालिनी मेनन हैं।
इससे पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर मां सरस्वती, बाबा गुरु घासीदास एवं छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये। अन्य मंचस्थ अतिथियों में देवेन्द्र कुमार शर्मा, निदेशक, उच्च शिक्षा, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार, डॉ. जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी, संयुक्त सचिव, यूजीसी, नई दिल्ली, आयोजन समिति के सलाहकार प्रो. मनीष श्रीवास्तव एवं प्रो. शैलेन्द्र कुमार, निदेशक आईक्यूएसी प्रो. अमित कुमार सक्सेना, कार्यशाला के नोडल अधिकारी एवं संयोजक प्रो. रत्नेश सिंह उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मध्य क्षेत्र के विभिन्न एमएमटीटीसी से पधारे प्रतिभागियों ने अपने विचार व्यक्त किये साथ ही मंचस्थ अतिथियों ने सहभागिता हेतु प्रमाण-पत्र भी वितरित किये। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. ए.एस. रणदिवे ने तथा संचालन प्रीति शुक्ला ने किया। अतिथियों को शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर मध्य क्षेत्र के विभिन्न एमएमटीटीसी निदेशक, विश्वविद्यालय के विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षक एवं अधिकारी, शोधार्थी एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।