16.09.22| संसदीय स्थाई समिति द्वारा राज्यसभा में पेश की गई 137वीं रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने समिति की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि कोरोना के दौरान मोदी सरकार की लापरवाही देश में लाखों मासूमों की जान गई। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन के अनुसार भारत में 47 लाख लोगों की मृत्यु हुई है। इस भयंकर तबाही का प्रमुख कारण मोदी सरकार की नाकामी है।
मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार इतनी अहंकार में डूबी हुई कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और विशेषज्ञों द्वारा सावधान किए जाने के बावजूद बचाव के लिए कार्ययोजना नहीं बनाई गई। संसदीय समिति ने स्पष्ट किया है कि केंद्र सरकार की नाकामी के कारण आक्सीजन, बेड और जरूरी दवाइयों की कमी हुई। साथ ही कालाबाजारी और जमाखोरी के हालात पैदा हुए। संसदीय समिति ने अपनी 123वीं रिपोर्ट में सरकार को मेडिकल आक्सीजन और बेड की कमी पर चेताया था, लेकिन मोदी सरकार ने पर्याप्तता का झूठा आश्वासन दे दिया।
मरकाम ने कहा कि महामारी से बचाव के लिए पीएम केयर्स फंड में देश के लोगों ने खुले दिल से हजारों करोड़ रुपये दान किए थे, लेकिन उसका भी सदुपयोग नहीं हुआ, बल्कि अमानक वेंटिलेटर दोगुने-तीन गुने दामों पर खरीद लिए गए। विश्व के प्रतिष्ठित मेडिकल जर्नल द लैंसेट ने खुलासा किया है कि महामारी के दौरान देश में उपलब्ध कराई गई 47 प्रतिशत एंटीबायोटिक दवाएं खराब गुणवत्ता की थीं। मरकाम ने आरोप लगाया कि जब महामारी के दौरान देश की जनता बेबसी और मौत से घिरी हुई थी, उस समय भी केंद्र सरकार मुनाफाखोरी में लगी हुई थी।