जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) की कोर कमेटी ने विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह को पार्टी से निष्कासित होने के बाद सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरोप लगाया कि पार्टी के नेता अमित जोगी ने उनकी पत्नी के साथ दुर्व्यवहार किया। अपने कुकृत्य को छिपाने के लिए अमित जोगी और उनकी मां पार्टी की अध्यक्ष डॉ रेणु जोगी ने मुझे निष्कासित किया है। धर्मजीत सिंह ने कहा कि मैं कोई भी की चोरी चोरी चुपके चुपके नहीं करता। यदि मुझे भाजपा में जाना होगा तो मैं खुलेआम जाऊंगा। फिलहाल मेरा अभी कहीं जाने का इरादा नहीं है।
इधर, पार्टी अध्यक्ष अमित जोगी ने बताया कि धर्मजीत सिंह पर अनुसूचित जाति/जनजाति, गरीब, पिछड़ा वर्ग की उपेक्षा और प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के सिद्धांतों के विरुद्ध कार्य करने के कारण कार्रवाई की गई है।
धर्मजीत ने कहा कि यह सब संस्कार की बात है। किसी की पत्नी के साथ बदतमीजी करना कोई बर्दाश्त नहीं करेगा। मैं अपनी विधायकी 100 बार छोड़ दूंगा। मगर पत्नी के साथ दुर्व्यवहार को सहन नहीं करूंगा। धर्मजीत सिंह ने कहा अपमान की जिंदगी जीने से बेहतर है सम्मान की मौत मर जाऊं मैं वही करूंगा। धर्मजीत सिंह ने कहा, अब मुझ पर कातिलाना हमला होंगे और मेरी भी हत्या होने की संभावना है।
धर्मजीत सिंह पर हुई कार्रवाई का विधायक प्रमोद शर्मा ने किया विरोध
विधायक धर्मजीत सिंह पर हुई कार्रवाई का छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के दूसरे विधायक प्रमोद शर्मा ने विरोध किया है। उन्होंने धर्मजीत सिंह का समर्थन करते हुए यह बिल्कुल गलत हुआ है। धर्मजीत सिंह के साथ प्रेस कांफ्रेंस में विधायक प्रमोद शर्मा ने कहा, मैं धर्मजीत सिंह के साथ हूं। अमित जोगी बाथरूम में बैठकर फैसला ले रहे हैं। यह गलत है। अगर पार्टी मुझे भी निकालना चाहे तो निकाल दे।
पार्टी सूत्रों का कहना था, धर्मजीत सिंह और प्रमोद शर्मा मिलकर पार्टी का भाजपा के साथ विलय की कोशिश में थे। इसको रोकने के लिए पार्टी ने यह कदम उठाया है।