Shani Vakri: ज्योतिष शास्त्र में ग्रह-नक्षत्रों की चाल का बेहद खास महत्व है। हर ग्रह निश्चित समय पर एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करता है। खास करके शनि ग्रह ढाई साल में राशि परिवर्तन करते हैं, इसलिए एक ही राशि में दोबारा आने में शनि को 30 साल का समय लग जाता है। साल 2023 में शनि ने 30 साल बाद अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में प्रवेश किया है। वर्तमान में शनि देव कुंभ राशि में वक्री अवस्था में मौजूद हैं , जिससे त्रिकोण राजयोग का निर्माण हुआ है, जिसका लाभ 3 राशियों को 2025 तक मिलने वाला है।शनि कुंभ राशि में 03 नवंबर 2023 तक रहेंगे फिर इसके बाद मार्गी हो जाएंगे।
सिंह राशि
Shani Vakri: शनि का वक्री होना जातकों के लिए शुभ साबित सिद्ध हो सकता है। व्यापारियों के लिए समय अनुकूल रहेगा। अचानक धन लाभ के योग है, व्यापार में कोई बड़ी डील फाइनल हो सकती है। छात्रों के लिए समय उत्तम रहेगा, प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता मिलने के प्रबल योग है। संतान की ओर से भी कोई खुशी मिल सकती है। केन्द्र त्रिकोण राजयोग का भी लाभ मिलेगा, मुकदमों में सफलता प्राप्त होगी। भाग्य वृद्धि और अचानक धन लाभ का भी योग है। लाइफ पार्टनर का भरपूर साथ मिलेगा। भाग्य में वृद्धि होने के साथ-साथ नौकरी-व्यापार में भी तरक्की होगी।
Shani Vakri: शनि का कुंभ राशि में गोचर और साल 2025 तक इसी राशि में रहना जातकों के लिए बहुत ही लाभदायक होगा।संतान की ओर से खुशखबरी मिल सकती है। संतान के करियर और आर्थिक लिहाज शुभ रहेगा। शनिदेव की विशेष कृपा आपके ऊपर रहेगी। नौकरी और व्यापार करने वालों के लिए साल 2025 तक कई अच्छे मौके मिलेंगे। जमीन-जायदाद में आपको अच्छा मुनाफा मिल सकता है। नौकरी के कई प्रस्ताव आएंगे । व्यापार में अच्छी कामयाबी मिलने की संभावना है। नई कार या फिर घर खरीद सकते हैं। कहीं से अचानक आपको धन लाभ होता दिखाई पड़ रहा है।
Shani Vakri: शनि का वक्री होना जातकों के लिए लाभदायी साबित हो सकता है। कई क्षेत्रों में अप्रत्याशित परिणाम देखने को मिल सकता है। कार्यों में सफलता और सहकर्मियों का पूरा सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों को शिक्षा में अच्छे परिणाम मिलने के योग है। किसी यात्रा पर जा सकते हैं।
शनि का वक्री लकी साबित हो सकता है। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम रहेगा, पदोन्नति और आयवृद्धि के योग है। आर्थिक स्थिति में सुधार रहेगा।सेहत अच्छी रहेगी। कार्यों में सफलता मिल सकती है। शादीशुदा लोगों को थोड़ा सावधान रहने की जरूरी है।
वर्तमान में ग्रहों के सेनापति और भूमिपुत्र मंगल ग्रह कन्या राशि में विराजमान है, ऐसे से इस राशि में शत्रुहंता योग का निर्माण हो रहा है, जिसका प्रभाव 18 सितंबर तक रहेगा। ऐसे में कई राशियों को विशेष लाभ मिल सकता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शत्रुहंता योग दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है शत्रुओं का नाश करने वाला। जब इस भाव में मंगल या फिर शनि की स्थिति या फिर दृष्टि पड़ती है, तो इस योग का निर्माण होता है।
Shani Vakri: शत्रुहंता योग जातकों के लिए शुभ साबित होने वाला है। कानूनी मामलों से राहत मिलने के योग है। नौकरी में भी सफलता मिल सकती है। समाज में मान-सम्मान भी बढ़ेगा। कार्यों में सफलता मिलेगी। आय में वृद्धि के भी योग बनेंगे।
Shani Vakri: शत्रुहंता योग से जातकों को बहुत लाभ मिलेगा। हर चुनौती से छुटकारा पाने का साहस मिलेगा। नौकरीपेशा के लिए समय अच्छा रहेगा। पदोन्नति और तरक्की के प्रबल योग है। आय में वृद्धि के योग बनेंगे। आत्मविश्वास बढ़ेगा, शत्रुओं को परास्त करने में कामयाब होंगे।
Shani Vakri: शत्रुहंता योग जातकों के लिए अच्छा साबित हो सकता है। जातकों को हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो सकती है।आत्म-विश्वास बढ़ेगा और समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। नौकरीपेशा और बिजनेस करने वाले लोगों को भी अचानक धन लाभ हो सकता है।
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