पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को कहा कि देश को अराजकता में गिरने से बचाने के लिए जल्द और पारदर्शी चुनाव कराना ही एकमात्र तरीका है। उन्होंने चेतावनी दी कि देश की आर्थिक स्थिति तेजी से बिगड़ रही है। टीवी चैनलों पर लाइव दिखाए गए एक वीडियो संबोधन में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष ने पिछले पांच महीनों के दौरान देश के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए शहबाज शरीफ सरकार को जिम्मेदार ठहराया।
उन्होंने कहा कि अगर जल्द चुनाव नहीं हुए तो चीजें नियंत्रण से बाहर हो जाएंगी। खान ने कहा कि राजनीतिक स्थिरता से ही अर्थव्यवस्था को स्थिर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमें देश को इस दलदल से बाहर निकालना है और सरकार है कि तेजी से देश को अराजकता की ओर धकेल रही है। इमरान ने मौजूदा सरकार के उन आरोपों का जवाब दिया कि जिसमें कहा गया था कि उनकी सरकार ने सब कुछ अस्त-व्यस्त किया।
पूर्व पीएम ने जोर देकर कहा कि जब उनकी सरकार को हटाया गया था तब अर्थव्यवस्था तेजी से उभर रही थी। पूर्व पीएम ने दावा किया कि वैश्विक मुद्रास्फीति सहित अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद उन्होंने ईंधन और बिजली की कीमतों में कमी की। उनके शासनकाल में निर्यात 24 से बढ़कर 32 अरब डालर हो गया था। इमरान ने दावा किया कि उनकी सरकार ने 16 अरब अमेरिकी डालर से अधिक का भंडार छोड़ा था जो अब घटकर आठ अरब अमेरिकी डालर रह गया है।